whatsapp status in hindi
” बात ” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई ” बात ” होती है..!
एक हसरत थी की _कभी वो भी हमे मनाये..पर ये कम्ब्खत Dil कभी उनसे रूठा ही नही..!!
तुम्हारी यादों की खुशबू आती है ऐसे फूल कोई पुराना किताबों में रखा हो जैसे
ज़रूरी काम है लेकिन ..,,रोज़ाना भूल जाता हूँ मुझे तुम से मोहब्बत है ..,,बताना भूल जाता हूँ
दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं, प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं, हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई, दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ..
अभी तो इश्क़ हुआ है... 'मंज़िल' तो मयखाने में मिलेगी...!!!
खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की ... आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है...
कमज़ोर पड़ गया है मुझसे तुम्हारा ताल्लुक ...या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं..
आइना जब भी उठाया करो.. "पहले देखो"...फिर "दिखाया करो".!!
मेरी नीम सी ज़िन्दगी शहद कर दे... कोई मुझे इतना चाहे की हद कर दे...
प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।
जो भी मालता है... उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है.
जो भी मालता है.....उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है...
सरकार को पाकिस्तान के आतंकवाद का जवाब देना अनिवार्य नहीं है।। लेकिन.. सेटअप बॉक्स लगाना अनिवार्य हैं..!!
अचानक Wi-Fi सिग्नल बंद हो गये... लगता है कि... पडोसी ने बिल नहीं भरा...!!
हमारा कत्ल करने की उनकी साजीश तो देखो...... गुजरे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया....
एक शराब की बोतल दबोच रखी है.... तुजे भुलाने की तरकीब सोच रखी है.....
क्या ऐसा नहीं हो सकता हम Pyaar मांगे… और तुम hme गले लगा के कहो, “और कुछ..??
जिस में जान है उसको कपडे भी नसीब नहीं जो बेजान है उसकी शान देखो
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम..जीने के बावजूद भी, मर जाते हैं कुछ लोग...!!
मैं तो ऐसा हु शायद तुम कुछ ओर समज लियें...जब से आप मिले हमारे तो साये भी फिसल लियें...
भीड़ में खड़ा होना मकसद नही है मेरा, बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे !!
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकीऔर हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं..!!!
अंदाज़ कुछ अलग ही हे मेरे सोचने का, सब को मंज़िल का शौख हे, मुझे रास्ते का ..।
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया।।
ना मंज़िल का पता है, ना परिणाम का, फिर भी जिए जा रही हूँ, उम्मीद किये जा रही हूँ !!
खेलने दो उन्हे जब तक जी न भर जाए उनका, मोहब्बत चार दिन कि थी तो शौक कितने दिन का होगा..
नए लोग से आज कुछ तो सीखा हे, पहले अपने जैसा बनाते हे फिर अकेला छोड़ देते है...
कौन कहता है की सिर्फ चोट ही दर्द देता है असली दर्द मुझे तब होता है जब तू online आके भी reply नहीं देती
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी.. और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी।
ज़िक्र तेरा मेरी हर एक साँस में हे..जाने क्या बात हे आपके प्यार में तेरी फ़िक्र मेरी हर धड़कन को हे
किसी रोज़ शाम के वक़्त...सूरज के आराम के वक़्त...मिल जाये साथ तेरा...हाथ में लेके हाथ तेरा...
मायने बहुत है इन आँसूओ के किसी दर्द बहुत देते है..ये आँसू सुनो..हर बात पर इन आँसूओ से खूबसूरत पलको को भिगोया न करो
दिल मे छूपा रखी.. है मुहब्बत काले धन की तरह… खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये.
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी _और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी..!
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते , हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है ।
सुना है तेरे शहर का मौसम बड़ा सुहाना हो रहा है..अगर इजाजत हो तो एक शाम चुरानी है !!
ज़रा धीरे चल ऐ वक़्त.. अभी मेरी कायनात मेरे साथ है.
तुम्हारी झुकी सी पलको ने रोक रखी हे धडकन हमारी, अब खुदा जाने क्या हाल होगा जब नजरे मिलेगी तुमसे..
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते ,_हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है...!!
तुम मुझे अच्छे या बुरे नहीं लगते बस अपने लगते हो..!!
अपनी खुशीयां लुटा कर उस पे कुर्बान हो जाऊँ, काश कुछ दिन उसके शहर में मेहमान हो जाऊँ,
हमारी तो "ज़िन्दगी" ही तुम हो इसके सिवा और क्या कहूँ मैं...!!
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .
चाँद ले आया है वो मेरे लिये ना जाने ख़्वाब है या हक़ीक़त!
सीने से लगा के सुन वो धड़कन....!!! जो हर पल तुझसे मिलने की ज़िद करती है....!
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं, आलम तो देखिए जोड़े भी नहीं जाते, तोड़े भी नहीं जाते...!!
तुझे देख के मालूम चला, प्यार खूबसूरत भी है और हसींन भी है।
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे। दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे। .
तुम्हारी झुकी सी पलको ने रोक रखी हे धडकन हमारी, अब खुदा जाने क्या हाल होगा जब नजरे मिलेगी तुमसे..
एक हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये..पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही।
पहले तो यूं ही गुज़र जाती थीं , मोहोब्बत हुई… तो रातों का एहसास हुआ..।।
लोग हर बार यही पूछते हैं तुमने उसमें क्या देखा , मैं हर बार यही कहता हूँ , बेवजह होती है मोहब्बत।
पसंद है मुझे.. उन लोगों से हारना... जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हों..
'हुनर' सड़कों पर तमाशा करता है और 'किस्मत' महलों में राज करती है!!
मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख जो सामने खड़ी भीड़ से बारबार पूछ रहा था.. तुम में से कोई राम है क्या?
एक हसरत थी की _कभी वो भी हमे मनाये..पर ये कम्ब्खत Dil कभी उनसे रूठा ही नही..!!
तुम्हारी यादों की खुशबू आती है ऐसे फूल कोई पुराना किताबों में रखा हो जैसे
ज़रूरी काम है लेकिन ..,,रोज़ाना भूल जाता हूँ मुझे तुम से मोहब्बत है ..,,बताना भूल जाता हूँ
दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं, प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं, हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई, दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ..
अभी तो इश्क़ हुआ है... 'मंज़िल' तो मयखाने में मिलेगी...!!!
खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की ... आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है...
कमज़ोर पड़ गया है मुझसे तुम्हारा ताल्लुक ...या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं..
आइना जब भी उठाया करो.. "पहले देखो"...फिर "दिखाया करो".!!
मेरी नीम सी ज़िन्दगी शहद कर दे... कोई मुझे इतना चाहे की हद कर दे...
प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।
जो भी मालता है... उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है.
जो भी मालता है.....उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है...
सरकार को पाकिस्तान के आतंकवाद का जवाब देना अनिवार्य नहीं है।। लेकिन.. सेटअप बॉक्स लगाना अनिवार्य हैं..!!
अचानक Wi-Fi सिग्नल बंद हो गये... लगता है कि... पडोसी ने बिल नहीं भरा...!!
हमारा कत्ल करने की उनकी साजीश तो देखो...... गुजरे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया....
एक शराब की बोतल दबोच रखी है.... तुजे भुलाने की तरकीब सोच रखी है.....
क्या ऐसा नहीं हो सकता हम Pyaar मांगे… और तुम hme गले लगा के कहो, “और कुछ..??
जिस में जान है उसको कपडे भी नसीब नहीं जो बेजान है उसकी शान देखो
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम..जीने के बावजूद भी, मर जाते हैं कुछ लोग...!!
मैं तो ऐसा हु शायद तुम कुछ ओर समज लियें...जब से आप मिले हमारे तो साये भी फिसल लियें...
भीड़ में खड़ा होना मकसद नही है मेरा, बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे !!
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकीऔर हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं..!!!
अंदाज़ कुछ अलग ही हे मेरे सोचने का, सब को मंज़िल का शौख हे, मुझे रास्ते का ..।
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया।।
ना मंज़िल का पता है, ना परिणाम का, फिर भी जिए जा रही हूँ, उम्मीद किये जा रही हूँ !!
खेलने दो उन्हे जब तक जी न भर जाए उनका, मोहब्बत चार दिन कि थी तो शौक कितने दिन का होगा..
नए लोग से आज कुछ तो सीखा हे, पहले अपने जैसा बनाते हे फिर अकेला छोड़ देते है...
कौन कहता है की सिर्फ चोट ही दर्द देता है असली दर्द मुझे तब होता है जब तू online आके भी reply नहीं देती
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी.. और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी।
ज़िक्र तेरा मेरी हर एक साँस में हे..जाने क्या बात हे आपके प्यार में तेरी फ़िक्र मेरी हर धड़कन को हे
किसी रोज़ शाम के वक़्त...सूरज के आराम के वक़्त...मिल जाये साथ तेरा...हाथ में लेके हाथ तेरा...
मायने बहुत है इन आँसूओ के किसी दर्द बहुत देते है..ये आँसू सुनो..हर बात पर इन आँसूओ से खूबसूरत पलको को भिगोया न करो
दिल मे छूपा रखी.. है मुहब्बत काले धन की तरह… खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये.
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी _और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी..!
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते , हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है ।
सुना है तेरे शहर का मौसम बड़ा सुहाना हो रहा है..अगर इजाजत हो तो एक शाम चुरानी है !!
ज़रा धीरे चल ऐ वक़्त.. अभी मेरी कायनात मेरे साथ है.
तुम्हारी झुकी सी पलको ने रोक रखी हे धडकन हमारी, अब खुदा जाने क्या हाल होगा जब नजरे मिलेगी तुमसे..
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते ,_हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है...!!
तुम मुझे अच्छे या बुरे नहीं लगते बस अपने लगते हो..!!
अपनी खुशीयां लुटा कर उस पे कुर्बान हो जाऊँ, काश कुछ दिन उसके शहर में मेहमान हो जाऊँ,
हमारी तो "ज़िन्दगी" ही तुम हो इसके सिवा और क्या कहूँ मैं...!!
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .
चाँद ले आया है वो मेरे लिये ना जाने ख़्वाब है या हक़ीक़त!
सीने से लगा के सुन वो धड़कन....!!! जो हर पल तुझसे मिलने की ज़िद करती है....!
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं, आलम तो देखिए जोड़े भी नहीं जाते, तोड़े भी नहीं जाते...!!
तुझे देख के मालूम चला, प्यार खूबसूरत भी है और हसींन भी है।
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे। दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे। .
तुम्हारी झुकी सी पलको ने रोक रखी हे धडकन हमारी, अब खुदा जाने क्या हाल होगा जब नजरे मिलेगी तुमसे..
एक हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये..पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही।
पहले तो यूं ही गुज़र जाती थीं , मोहोब्बत हुई… तो रातों का एहसास हुआ..।।
लोग हर बार यही पूछते हैं तुमने उसमें क्या देखा , मैं हर बार यही कहता हूँ , बेवजह होती है मोहब्बत।
पसंद है मुझे.. उन लोगों से हारना... जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हों..
'हुनर' सड़कों पर तमाशा करता है और 'किस्मत' महलों में राज करती है!!
मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख जो सामने खड़ी भीड़ से बारबार पूछ रहा था.. तुम में से कोई राम है क्या?